हीरो मोटोकॉर्प के चेयरमैन डॉ. पवन मुंजाल ने कहा- बीएस-6 इंजन के वाहन 90% तक प्रदूषण कम करेंगे, कीमत 10% ज्यादा होगी
जयपुर । एक अप्रैल 2020 से सभी वाहन निर्माताओं को अपनी गाड़ियों में नए उत्सर्जन मानक वाले बीएस-6 इंजन देना अनिवार्य है। अभी गाड़ियों में बीएस-4 इंजन है। इनसे निकलने वाला धुआं आंख और नाक में जलन, सिरदर्द, फेंफड़ों में इन्फेक्शन जैसी समस्याओं का कारण है। बीएस-6 वाहनों में एडवांस एमीशन कंट्रोल सिस्टम फिट होगा। बीएस 3 व 4 के मुकाबले बीएस 6 के वाहन से पीएम 2.5 में 90 प्रतिशत तक प्रदूषण में कमी करेेंगे। लेकिन कीमतों में 10 फीसदी तक बढ़ोतरी हाेगी। हालांकि बीएस-6 ही प्रदूषण नियंत्रण करने का एक उपाय है।
जानिए... बीएस-4 और बीएस-6 में क्या है अंतर... 1 अप्रैल से बीएस-3 और 4 का स्टॉक खत्म हो जाएगा
सवाल: बीएस-6 मोटरसाइकिल में माइलेज पर क्या असर हाेगा?
जवाब: बीएस-4 के मुकाबले बीएस-6 इंजन के वाहन ज्यादा माइलेज देंगे। बीएस-6 वाहन में बीएस-4 वाला पेट्रोल इस्तेमाल होगा तो माइलेज कम आएगा। बेहतर माइलेज के लिए बीएस-6 फ्यूल जरूरी है।
सवाल: बीएस 6 के दोपहिया वाहनों की कीमतें कितनी बढ़ेंगी?
जवाब: बीएस-4 के मुकाबले बीएस-6 इंजन वाले वाहनों की कीमत 6 से 8 हजार रुपए अधिक हाेगी। दरअसल, बीएस-6 इंजन लगाने से कंपनियों की लागत बढ़ेगी। इसका बाेझ उपभाेक्ताअाें पर अाएगा।
सवाल: हीराे के पास बीएस-4 दोपहिया का कितना स्टॉक है? स्टॉक को क्लियर करने के लिए कंपनी कीमतों में कितनी छूट दे रही है?
जवाब: एक अप्रैल से पहले बीएस-4 दोपहिया का स्टॉक खत्म हो जाएगा। बीएस-3 से बीएस-4 के उत्सर्जन मानकों काे अपनाते समय कंपनियों ने कीमतों में भारी छूट दी, वैसा अब नहीं हाेगा। उस समय सुप्रीम कोर्ट का आर्डर 2 दिन पहले आया था, जिस वजह हड़बड़ी में कंपनियों काे स्टॉक क्लियर करने के लिए कीमतों में भारी छूट देनी पड़ी थी। वर्तमान में सिर्फ प्रमोशन स्कीम है, जिसके तहत छूट है।
सवाल: अभी बीएस-6 पेट्रोल तो उपलब्ध नहीं है, इसके लिए क्या व्यवस्था है?
जवाब: सरकार ने अाॅटाे इंडस्ट्री को विश्वास दिलाया था कि जब बीएस-6 वाहन बाजार में अाएंगे, तब बीएस-6 ईंधन भी उपलब्ध हो जाएगा। सरकार एक अप्रैल के बाद बीएस-6 पेट्रोल उपलब्ध करा देगी, हमें एेसी उम्मीद है।
सवाल: इलेक्ट्रॉनिक व्हीकल के लिए क्या कदम उठाए जा रहे है?
जवाब: हीराे कुछ वाहन बना रही है। जल्द ही इलेक्ट्रॉनिक वाहन लॉन्च किए जाएंगे।
भारत स्टेज नॉर्म्स कब लागू हुआ :
- भारत में साल 2000 के बाद से बीएस नॉर्म्स एक साथ कभी लागू नहीं हुए। हालांकि अब साल 2020 में बीएस6 एमीशन एक साथ देशभर में लागू किया जा रहा है।
- बीएस1 को साल 2000 में देशभर में एक साथ लागू किया गया।
- बीएस2 को चरणबद्ध तरीके से सबसे पहले दिल्ली एनसीआर, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में लागू किया गया।
- अप्रैल 2003 में बीएस2 को 13 अन्य शहरों में लागू किया गया। बीएस3 को अप्रैल 2005में दिल्ली एनसीआर समेत 13 शहरों में लागू किया गया।
- इसके बाद अप्रैल 2010 में इसे देशभर में लागू कर दिया गया। बीएस 4 को अप्रैल 2010 में दिल्ली एनसीआर समेत देश के चुनिंदा 13 शहरों में लागू किया गया।
- इसके बाद अप्रैल 2017 में इसे देशभर में लागू किया गया है। बीएस 5 को छोड़कर सीधे बीएस 6 लागू किया गया। बीएस 6 को अप्रैल 2020 में देशभर में लागू किया जा रहा है